आइने में वो देख रहे थे बहारे हुस्न – Aaine Me Wo Dekh Rahe The Bahaare Husn
आइने में वो देख रहे थे बहारे हुस्न
आया मेरा ख़्याल तो शर्मा के रह गऐ
aaine mein vo dekh rahe the bahaare husn
aaya mera khayaal to sharma ke rah gaai
आइने में वो देख रहे थे बहारे हुस्न
आया मेरा ख़्याल तो शर्मा के रह गऐ
aaine mein vo dekh rahe the bahaare husn
aaya mera khayaal to sharma ke rah gaai
के भलौ हैसोंण उइक के भली उइक चाल हय भल-भल चहाइयै रै गय हमर ती बुर हाल हय ke bhalau haison uik ke bhali... read more
शोर करते रहो तुम सुर्ख़ियों में आने का, हमारी तो खामोशियाँ भी एक अखबार हैं। Shor Karte Raho Tum Surkhiyon Me... read more
कचरे में फेंकी हुई रोटियां रोज ये ब्यान करती है.. कि पेट भरते ही इंसान अपनी औकात भूल जाता है…!! Kachare... read more
चमक सूरज की नहीं मेरे किरदार की है, खबर ये आसमाँ के अखबार की है, मैं चलूँ… तो मेरे संग कारवाँ... read more
हाथ में खंजर ही नहीं आँखों में पानी भी चाहिए, हमें दुश्मन भी थोड़ा खानदानी चाहिए। Haath Mein Khanjar Hi Nahi... read more
garhwali shayari – गढ़वाली शेरो शायरी स्याण चांदु छो पर नींद नी आंदी चा, करवट बदल – बदली की यनी रात... read more
अजब तुमरी स्टाइल छु गजब तुमरी चाल छु नाख पोछनोक ले तमिज ना हाथ पर मल्टी मिडिया मोबाइल छु Ajab tumari style chu gajab... read more
तड़पते हैं, न रोते हैं, न हम फ़रियाद करते हैं, सनम की याद में हरदम खुदा को याद करते हैं, उन्हीं... read more
झूम जाते हैं शायरी के लफ्ज़ बहार के पत्तों की तरह, जब शुरू होता है बयां ए हुस्न महबूब का... read more
गुमान ना कर अपने दिमाग पर ऐ दोस्त, जितना तेरे पास है उतना तो मेरा खराब रहता है। Gumaan Na Kar... read more