आग लगाना मेरी फितरत में नही है… -Aag Lagana Meri Fitrat Mein Nahi Hai
आग लगाना मेरी फितरत में नही है,
मेरी सादगी से लोग जलें तो मेरा क्या कसूर।
Aag Lagana Meri Fitrat Mein Nahi Hai,
Meri Saadgi Se Log Jale Toh Mera Kya Kasoor.
आग लगाना मेरी फितरत में नही है,
मेरी सादगी से लोग जलें तो मेरा क्या कसूर।
Aag Lagana Meri Fitrat Mein Nahi Hai,
Meri Saadgi Se Log Jale Toh Mera Kya Kasoor.
अभी शीशा हूँ सबकी आँखों में चुभता हूं, जब आईना बनूँगा सारा जहाँ देखेगा। Abhi Sheesha Hun Sabki Aankho Mein Chubhta... read more
अजब तुमरी स्टाइल छु गजब तुमरी चाल छु नाख पोछनोक ले तमिज ना हाथ पर मल्टी मिडिया मोबाइल छु Ajab tumari style chu gajab... read more
सर झुकाने की आदत नहीं है, आँसू बहाने की आदत नहीं है, हम खो गए तो पछताओगे बहुत, क्योंकि…हमारी लौट आने की... read more
ना तू ‘हां’ करछै ना तू ‘ना’ करछै अधपगल है गोयू मैं आघिन पत्त ने के करछै।। Na tu han karachhai na tu na... read more
गुमां इतना नहीं अच्छा तू सुन ले पहले जाने के, पलटने पर मुकर सकता हूँ तुझको जानने से भी। Gumaan Itna... read more
मैं काव-पट्ट भट्ट ज्यस तू चांवो ज्यस सुकिल के भलौ राजौड़ बनौल जो हम द्ववी जौंल मिल…. Main kaav-patt bhatt jyas tu chavon jyas... read more
आइने में वो देख रहे थे बहारे हुस्न आया मेरा ख़्याल तो शर्मा के रह गऐ aaine mein vo dekh rahe... read more
garhwali shayari – गढ़वाली शेरो शायरी जब-2 लगली बाडुली त समझी मिन याद करी. अपणा मन ही मन त्वे दगड़ी छक्की... read more
garhwali shayari – गढ़वाली शेरो शायरी अपणु दुःख तू अपणा पास रख। सुख जरूर आलु, विस्वास रख। दुःखी ह्वोणों जख यौ कारण... read more
मार ही डाले जो बे मौत, ये दुनिया वाले, हम जो जिन्दा हैं तो जीने का हुनर रखते हैं। Maar hee... read more