आग लगाना मेरी फितरत में नही है… -Aag Lagaana Meri Phitarat Mein Nahin Hai
आग लगाना मेरी फितरत में नही है,
मेरी सादगी से लोग जलें तो मेरा क्या कसूर।
Aag lagaana meri phitarat mein nahin hai,
meri saadagee se log jalen to mera kya kasoor.
आग लगाना मेरी फितरत में नही है,
मेरी सादगी से लोग जलें तो मेरा क्या कसूर।
Aag lagaana meri phitarat mein nahin hai,
meri saadagee se log jalen to mera kya kasoor.
इतना भी गुमान न कर अपनी जीत पर ऐ बेखबर, शहर में तेरे जीत से ज्यादा चर्चे तो मेरी हार... read more
कहते है हर बात जुबां से हम इशारा नहीं करते, आसमान पर चलने वाले जमीं से गुज़ारा नहीं करते, हर हालात... read more
झूम जाते हैं शायरी के लफ्ज़ बहार के पत्तों की तरह, जब शुरू होता है बयां ए हुस्न महबूब का... read more
कह देना समुंदर से हम ओस के मोती हैं… दरिया की तरह तुझ से मिलने नहीं आएँगे..|| Kah Dena Samundar Se... read more
खुशबू बनकर गुलों से उड़ा करते हैं, धुआं बनकर पर्वतों से उड़ा करते हैं, हमें क्या रोकेंगे ये ज़माने वाले, हम परों... read more
चमक सूरज की नहीं मेरे किरदार की है, खबर ये आसमाँ के अखबार की है, मैं चलूँ… तो मेरे संग कारवाँ... read more
उइल प्यारल कौ आंखू मे चहाओ के आंण लै रौ नजर मील कौ पैलि आंख साफ कर गिधड़ लै रयी गिधड़….. Uil pyaral... read more
garhwali shayari – गढ़वाली शेरो शायरी एक नौनी पाणी का पन्देरा मा दिख ग्याई तेंकी तस्वीर मेरा दिल मा छपी ग्याई जब... read more
हैसंण उईक कमाल होय, हिटौंण एकदम गजब बुलांण में मिसिर घुली चाहिये रै जानी सब…. Haisan uik kamaal hoy, hiton ekdam gajab bulan mein misir... read more
मिके लिजा ना पर्देस, मी रुलो अपनो पहाड़ मा, पर्देस मा ना दगड़ीयो को साथ छु, ना बुबु-अम्मा का प्यार, ना बुरांस की... read more