एक ही ख्वाब देखा है कई बार मेने- Ek hi khwaab dekha hai kayi baar maine
एक ही ख्वाब देखा है कई बार मेने !
तेरी साडी में उलझी है चाबियां मेरे घर की !!
Ek hi khwaab dekha hai kayi baar maine!
teri saari mein uljhi hai chabiyan mere ghar ki !!
एक ही ख्वाब देखा है कई बार मेने !
तेरी साडी में उलझी है चाबियां मेरे घर की !!
Ek hi khwaab dekha hai kayi baar maine!
teri saari mein uljhi hai chabiyan mere ghar ki !!
कौन कहता है हम उसके बिना मर जायेंगे, हम तो दरिया है समंदर में उतर जायेंगे, वो तरस जायेंगे प्यार की... read more
आह को चाहिए इक उम्र असर होने तक कौन जीता है तेरी ज़ुल्फ़ के सर होने तक। हम ने माना कि... read more
हमने हर बार बदला है खुद को सिर्फ़ उसकी खातिर ! और वो कहता है….तुम पहले जैसे नहीं रहे !! Hamne... read more
कितने प्यार से उसने लिखा था साहिल पे मेरा नाम ! बेताब लहरों ने चूम-चूम कर वजूद ही मिटा दिया... read more
तेरी खुशियो को सजाना चाहता हूँ , तुझे देख कर मुस्कुराना चाहता हूँ, मेरी ज़िन्दगी में क्या अहमियत हैं तेरी , ये... read more
वो चाहते है जी भर के प्यार करना और हम सोचते है ! वो प्यार ही क्या जिससे जी भर... read more
यूँ दूर रह कर दूरियों को बढ़ाया नहीं करते ! अपने दीवानों को सताया नहीं करते ! हर वक़्त बस जिसे... read more
उनके होठों पे मेरा नाम जब आया होगा, खुदको रुसवाई से फिर कैसे बचाया होगा, सुनके फ़साना औरों से मेरी बर्बादी... read more
आंखों से दूर दिल के करीब था ! मैं उसका, वो मेरा नसीब था ! न कभी मिला न जुदा हुआ... read more
नहीं बसती किसी और की सूरत अब इन आँखो में ! काश कि हमने तुझे इतने गौर से ना देखा... read more