ऐ दोस्त जरा सभल कर चलना- Ai Dost Jara Sambhal Kar Chalna
ऐ दोस्त जरा सभल कर चलना
यहा ऐसे बहुत लोग मिलेंगे
जो सिर्फ वक़्त गुजारने की लिए मिलेंगे
ai dost jara sambhal kar chalna
yaha aise bahut log milenge
jo sirph wakt gujarne ke liye milenge
ऐ दोस्त जरा सभल कर चलना
यहा ऐसे बहुत लोग मिलेंगे
जो सिर्फ वक़्त गुजारने की लिए मिलेंगे
ai dost jara sambhal kar chalna
yaha aise bahut log milenge
jo sirph wakt gujarne ke liye milenge
वक्त दोस्त और रिश्ते वो चीजे है जो हमे मुफ्त मिलती है -मगर इनकी कीमत पता हमे तब चलता है जब ये... read more
क्या खूब मजबूरिया थी मेरी भी अपनी खुशी को छोड़ दिया उसे खुश देखने के लिए Kya khoob majbooriya thi meri bhi apni... read more
तेरे संग हुई जो गुफ्तगु आज फ़िर से ! लगा जैसे.खोए हुए रास्ते फ़िर से हमें मिल गए !! Tere sang... read more
तुझ पे कुर्बान मेरी यारी है, हस के मर जाऊं इस की तैयारी है, सिलसिला न खतम हो अपने प्यार का, क्यूंकी... read more
दावे दोस्ती के मुझे नहीं आते यारो ! एक जान है जब दिल चाहें मांग लेना !! Daave dosti ke mujhe... read more
जिससे सच्ची मोहब्बत की जाती है उसकी इज्ज़त मोहब्बत से भी ज्यादा की जाती है Jisse sachhi mohabbat ki jati hai uski... read more
किसी रोज़ याद न कर पाऊं तो खुदगर्ज़ न समझ लेना, दरसल छोटी सी इस उम्र में परेशानिया बहुत हैं, मैं... read more
तेरा मेरा नाम लिखा था जिन पर हमने बचपन में ! उन पेड़ों से आज भी तेरे हाथों की खुश़बू... read more
नही छोड़ी कमी किसी भी रिश्ते को निभाने में मैंने कभी… आने वाले को दिल का रास्ता भी दिया और जाने वाले... read more
हर रोज इतना मुस्कुराया करो की ग़म भी कहे ! यार मै गलती से कहा आ गया !! Har roz itna... read more