गुमान ना कर अपने दिमाग पर ऐ दोस्त… -Gumaan Na Kar Apne Dimaag Par Ai Dost
गुमान ना कर अपने दिमाग पर ऐ दोस्त,
जितना तेरे पास है उतना तो मेरा खराब रहता है।
Gumaan Na Kar Apne Dimaag Par Ai Dost,
Jitna Tere Paas Hai Utna Mera Kharab Rehta Hai.
गुमान ना कर अपने दिमाग पर ऐ दोस्त,
जितना तेरे पास है उतना तो मेरा खराब रहता है।
Gumaan Na Kar Apne Dimaag Par Ai Dost,
Jitna Tere Paas Hai Utna Mera Kharab Rehta Hai.
खुशबू बनकर गुलों से उड़ा करते हैं, धुआं बनकर पर्वतों से उड़ा करते हैं, हमें क्या रोकेंगे ये ज़माने वाले, हम परों... read more
मार ही डाले जो बे मौत, ये दुनिया वाले, हम जो जिन्दा हैं तो जीने का हुनर रखते हैं। Maar hee... read more
पूछ रही है आज मेरी हर शायरी मुझसे कहाँ गए वो दीवाने जो वाह वाह किया करते थे poochh rahi hai... read more
दिखावे की मोहब्बत तो जमाने को हैं हमसे पर, ये दिल तो वहाँ बिकेगा जहाँ ज़ज्बातो की कदर होगी। dikhaave kee... read more
चमक सूरज की नहीं मेरे किरदार की है, खबर ये आसमाँ के अखबार की है, मैं चलूँ… तो मेरे संग कारवाँ... read more
जै दिन बटी देखो उकैं दिनौक चैन रातक नींन उड़ी गे और हेंसि बे जो चहाय उइल एक चुणुंक जौस और छोड़ी... read more
garhwali shayari – गढ़वाली शेरो शायरी हालत ब्वे बाबा कि तै दिन बटी ख़राब ह्वे पढायूं लिखायूं नौनू जै दिन बटी... read more
आग लगाना मेरी फितरत में नही है, मेरी सादगी से लोग जलें तो मेरा क्या कसूर। Aag lagaana meri phitarat mein... read more
तेरे गुरूर को देखकर तेरी तमन्ना ही छोड़ दी हमने, जरा हम भी तो देखें कौन चाहता है तुम्हें हमारी... read more
कहते है हर बात जुबां से हम इशारा नहीं करते, आसमां पर चलने वाले जमीं से गुज़ारा नहीं करते, हर हालात... read more