चलो आज फिर थोडा मुस्कुराया जाये… -Chalo Aaj Phir Thoda Muskuraya Jaye
चलो आज फिर थोडा मुस्कुराया जाये,
बिना माचिस के कुछ लोगो को जलाया जाये।
Chalo Aaj Phir Thoda Muskuraya Jaye,
Bina Maachis Ke Logon Ko Jalaya Jaye.
चलो आज फिर थोडा मुस्कुराया जाये,
बिना माचिस के कुछ लोगो को जलाया जाये।
Chalo Aaj Phir Thoda Muskuraya Jaye,
Bina Maachis Ke Logon Ko Jalaya Jaye.
“खिड़की में बैठ मेरी ईजा चेह री होली बाँट बाँटा कब लौट बे ऊलो मी परदेस बटी लैग रो... read more
बैठता वहीं हूँ, जहाँ अपनेपन का अहसास है मुझको, यूँ तो ज़िंदगी में कितने ही लोग आवाज देते हैं मुझको।. Baithta Wahi Hoon, Jahaan... read more
झूम जाते हैं शायरी के लफ्ज़ बहार के पत्तों की तरह, जब शुरू होता है बयां ए हुस्न महबूब का... read more
हम ना बदलेंगे वक्त की रफ़्तार के साथ, हम जब भी मिलेंगे अंदाज पुराना होगा। Hum Na Badlenge Waqt Ki Raftar... read more
सब बिमारी कौ एकै इलाज एक चणकौन चहा गिलास Sab bimaaree ka ek ilaaj ek chanakon chaha gilaas read more
ख्वाब में तो ख्वाब पूरे हो नहीं सकते कभी, इसलिए राहे हकीकत पर चला करता हूँ मैं। Khwab Mein Toh Khwab... read more
पूछ रही है आज मेरी हर शायरी मुझसे कहाँ गए वो दीवाने जो वाह वाह किया करते थे poochh rahi hai... read more
कहते है हर बात जुबां से हम इशारा नहीं करते, आसमां पर चलने वाले जमीं से गुज़ारा नहीं करते, हर हालात... read more
कचरे में फेंकी हुई रोटियां रोज ये ब्यान करती है.. कि पेट भरते ही इंसान अपनी औकात भूल जाता है…!! Kachare... read more
इतना भी गुमान न कर अपनी जीत पर ऐ बेखबर, शहर में तेरे जीत से ज्यादा चर्चे तो मेरी हार... read more