ठहर सके जो लबों पे हमारे… -Thhehar Sake Jo Labon Pe Humare
ठहर सके जो लबों पे हमारे,
हँसी के सिवा है मजाल किसकी.
Thhehar Sake Jo Labon Pe Humare,
Hansi Ke Siwa Hai Majaal Kiski.
ठहर सके जो लबों पे हमारे,
हँसी के सिवा है मजाल किसकी.
Thhehar Sake Jo Labon Pe Humare,
Hansi Ke Siwa Hai Majaal Kiski.
एहसान ये रहा तोहमत लगाने वालों का मुझ पर, उठती उँगलियों ने मुझे मशहूर कर दिया। Ehsaan Yeh Raha Tohmat Lagane... read more
लाख तलवारे बढ़ी आती हों गर्दन की तरफ, सर झुकाना नहीं आता तो झुकाए कैसे। Lakh Talwarein Badi Aati Hon Gardan... read more
“खिड़की में बैठ मेरी ईजा चेह री होली बाँट बाँटा कब लौट बे ऊलो मी परदेस बटी लैग रो... read more
गुमान ना कर अपने दिमाग पर ऐ दोस्त, जितना तेरे पास है उतना तो मेरा खराब रहता है। Gumaan Na Kar... read more
दिखाई कब दिया करते हैं बुनियाद के पत्थर… ज़मीं में जो दब गये इमारत उन्हीं पे क़ायम है… Dikhayi kab diya... read more
हैसंण उईक कमाल होय, हिटौंण एकदम गजब बुलांण में मिसिर घुली चाहिये रै जानी सब…. Haisan uik kamaal hoy, hiton ekdam gajab bulan mein misir... read more
मैं काव-पट्ट भट्ट ज्यस तू चांवो ज्यस सुकिल के भलौ राजौड़ बनौल जो हम द्ववी जौंल मिल…. Main kaav-patt bhatt jyas tu chavon jyas... read more
उइल प्यारल कौ आंखू मे चहाओ के आंण लै रौ नजर मील कौ पैलि आंख साफ कर गिधड़ लै रयी गिधड़….. Uil pyaral... read more
अभी सूरज नहीं डूबा जरा सी शाम होने दो, मैं खुद लौट जाऊंगा मुझे नाकाम तो होने दो, मुझे बदनाम करने... read more
garhwali shayari – गढ़वाली शेरो शायरी स्याण चांदु छो पर नींद नी आंदी चा, करवट बदल – बदली की यनी रात... read more