ठहर सके जो लबों पे हमारे… -Thhehar Sake Jo Labon Pe Humare
ठहर सके जो लबों पे हमारे,
हँसी के सिवा है मजाल किसकी.
Thhehar Sake Jo Labon Pe Humare,
Hansi Ke Siwa Hai Majaal Kiski.
ठहर सके जो लबों पे हमारे,
हँसी के सिवा है मजाल किसकी.
Thhehar Sake Jo Labon Pe Humare,
Hansi Ke Siwa Hai Majaal Kiski.
ना तो बिका हूँ ना ही कभी बिक पाऊंगा, ये ना समझना मै भी हज़ारो जैसा हूँ। Na to bika hoon... read more
कहते है हर बात जुबां से हम इशारा नहीं करते, आसमां पर चलने वाले जमीं से गुज़ारा नहीं करते, हर हालात... read more
अभी सूरज नहीं डूबा जरा सी शाम होने दो, मैं खुद लौट जाऊंगा मुझे नाकाम तो होने दो, मुझे बदनाम करने... read more
दुशमनों को सज़ा देने की एक तहज़ीब है मेरी। मैं हाथ नहीं उठाता, नज़रों से गिरा देता हूँ। Dushmanon ko saja... read more
कैसे भरोसा हो इस अजनबी दुनिया पर…. यहां तो अपनी जिंदगी ही मजे लेती हैं..!! Kaise Bharosa Ho Is Ajanabi Duniya... read more
गुमां इतना नहीं अच्छा तू सुन ले पहले जाने के, पलटने पर मुकर सकता हूँ तुझको जानने से भी। Gumaan Itna... read more
बदलना चाहते हो तो शौक से बदलो, मगर इतना याद रखना… जो हम बदले तो करवटें बदलते रह जाओगे।. Badalana Chaahate Ho To... read more
इतना भी गुमान न कर अपनी जीत पर ऐ बेखबर, शहर में तेरे जीत से ज्यादा चर्चे तो मेरी हार... read more
garhwali shayari – गढ़वाली शेरो शायरी जब-2 लगली बाडुली त समझी मिन याद करी. अपणा मन ही मन त्वे दगड़ी छक्की... read more
अगर लोग यूँ ही कमियां निकालते रहे तो, एक दिन सिर्फ खूबियाँ ही रह जायेगी मुझमें । Log Agar Yun Hi... read more