ना तो बिका हूँ ना ही कभी बिक पाऊंगा.. – Na To Bika Hoon Na He Kabhi Bik Paunga
ना तो बिका हूँ ना ही कभी बिक पाऊंगा,
ये ना समझना मै भी हज़ारो जैसा हूँ।
Na to bika hoon na he kabhi bik paunga,
ye na samajhna mai bhee hazaaro jaisa hoon
ना तो बिका हूँ ना ही कभी बिक पाऊंगा,
ये ना समझना मै भी हज़ारो जैसा हूँ।
Na to bika hoon na he kabhi bik paunga,
ye na samajhna mai bhee hazaaro jaisa hoon
मैं काव-पट्ट भट्ट ज्यस तू चांवो ज्यस सुकिल के भलौ राजौड़ बनौल जो हम द्ववी जौंल मिल…. Main kaav-patt bhatt jyas tu chavon jyas... read more
महबूब का घर हो या फरिश्तों की हो ज़मी, जो छोड़ दिया फिर उसे मुड़ कर नहीं देखा। Mahboob Ka Ghar... read more
कचरे में फेंकी हुई रोटियां रोज ये ब्यान करती है.. कि पेट भरते ही इंसान अपनी औकात भूल जाता है…!! Kachare... read more
हमे अकेले रेहने का कोई शौक नही पर क्या करें……??? हमारे तेवर झेल सके वो आज तक मिला ही नही..!! Hame... read more
हैसंण उईक कमाल होय, हिटौंण एकदम गजब बुलांण में मिसिर घुली चाहिये रै जानी सब…. Haisan uik kamaal hoy, hiton ekdam gajab bulan mein misir... read more
गुजरते लम्हों में सदियाँ तलाश करता हूँ, प्यास इतनी है कि नदियाँ तलाश करता हूँ, यहाँ पर लोग गिनाते है खूबियां... read more
अभी शीशा हूँ सबकी आँखों में चुभता हूं, जब आईना बनूँगा सारा जहाँ देखेगा। Abhi Sheesha Hun Sabki Aankho Mein Chubhta... read more
भूलकर हमें अगर तुम रहते हो सलामत, तो भूलके तुमको संभालना हमें भी आता है, मेरी फ़ितरत में ये आदत नहीं... read more
गुमान ना कर अपने दिमाग पर ऐ दोस्त, जितना तेरे पास है उतना तो मेरा खराब रहता है। Gumaan Na Kar... read more
दिखाई कब दिया करते हैं बुनियाद के पत्थर… ज़मीं में जो दब गये इमारत उन्हीं पे क़ायम है… Dikhayi kab diya... read more