मैंने वो खोया – Maine Wo Khoya
मैंने वो खोया जो मेरा कभी था ही नहीं
लेकिन तुमने वो खोया जो सिर्फ तुम्हारा था
maine vo khoya jo mera kabhee tha hee nahin
lekin tumane vo khoya jo sirph tumhaara tha
मैंने वो खोया जो मेरा कभी था ही नहीं
लेकिन तुमने वो खोया जो सिर्फ तुम्हारा था
maine vo khoya jo mera kabhee tha hee nahin
lekin tumane vo khoya jo sirph tumhaara tha
कचरे में फेंकी हुई रोटियां रोज ये ब्यान करती है.. कि पेट भरते ही इंसान अपनी औकात भूल जाता है…!! Kachare... read more
“खिड़की में बैठ मेरी ईजा चेह री होली बाँट बाँटा कब लौट बे ऊलो मी परदेस बटी लैग रो... read more
ठोकर ना लगा मुझे पत्थर नहीं हूँ मैं, हैरत से ना देख कोई मंज़र नहीं हूँ मैं, तेरी नज़र में मेरी... read more
आओ नफरत का किस्सा, दो लाइन में तमाम करें, मुहब्बत जहाँ भी मिले, उसे झुक के सलाम करें aao napharat ka kissa, do lain... read more
औकात की बात मत कर पगली… हम जिस गली में पैर रखते हैं, वहाँ की लड़कियां अक्सर कहती हैं, बहारो फूल बरसाओ... read more
ना तो बिका हूँ ना ही कभी बिक पाऊंगा, ये ना समझना मै भी हज़ारो जैसा हूँ। Na to bika hoon... read more
हमको मिटा सके यह ज़माने में दम नहीं, हमसे ज़माना ख़ुद है ज़माने से हम नहीं। Humko Mita Sake Yeh Zamane... read more
गुजरते लम्हों में सदियाँ तलाश करता हूँ, प्यास इतनी है कि नदियाँ तलाश करता हूँ, यहाँ पर लोग गिनाते है खूबियां... read more
garhwali shayari – गढ़वाली शेरो शायरी एक नौनी पाणी का पन्देरा मा दिख ग्याई तेंकी तस्वीर मेरा दिल मा छपी ग्याई जब... read more
अक्सर वही लोग उठाते हैं हम पर उँगलियाँ, जिनकी हमें छूने की औकात नहीं होती। Aksar Wohi Log Uthhate Hain Hum... read more