रिश्ते उन्ही से बनाओ- Rishte unhi se banao
रिश्ते उन्ही से बनाओ
जो निभाने की औकात रखते हो
Rishte unhi se banao
jo nibhane ki aukaat rakhte ho
रिश्ते उन्ही से बनाओ
जो निभाने की औकात रखते हो
Rishte unhi se banao
jo nibhane ki aukaat rakhte ho
किसी रोज़ याद न कर पाऊं तो खुदगर्ज़ न समझ लेना, दरसल छोटी सी इस उम्र में परेशानिया बहुत हैं, मैं... read more
ऐ दोस्त तेरी दोस्ती पर नाज़ हैं ! हर वक्त मिलने की फरीयाद करते हैं ! हमें नहीं पता घर वाले... read more
मत कर हिसाब मेरे प्यार का, कही ऐसा ना हो की…. बाद में तू ही कर्जदार निकले Mat kar hisab mere pyar... read more
हर रोज इतना मुस्कुराया करो की ग़म भी कहे ! यार मै गलती से कहा आ गया !! Har roz itna... read more
हम तो बिछड़े थे तुमको अपना अहसास दिलाने के लिए मगर तुमने तो मेरे बिना ही जीना सीख लिया ham to... read more
कमियाँ तो मुझमें भी बहुत है,पर मैं बेईमान नहीं मैं सबको अपना मानता हूँ सोचता फायदा या नुकसान नहीं एक शौक... read more
ऐ दोस्त जरा सभल कर चलना यहा ऐसे बहुत लोग मिलेंगे जो सिर्फ वक़्त गुजारने की लिए मिलेंगे ai dost jara sambhal... read more
ऐ दोस्त जिदगी भर मुझसे दोस्ती निभाना ! दिल की कोई भी बात हमसे कभी ना छुपाना ! साथ चलना मेरे... read more
दोस्ती किसी की रियासत नही होती ! मौत किसी की अमानत नहीं होती ! हमारी अदालत में कदम जरा सोचकर रखना... read more
मिलना बिछड़ना सब किस्मत का खेल है कभी नफरत तो कभी दिलों का मेल है बिक जाता है हर रिश्ता दुनिया... read more