लाख तलवारे बढ़ी आती हों गर्दन की तरफ… -Lakh Talwarein Badi Aati Hon Gardan Ki Taraf
लाख तलवारे बढ़ी आती हों गर्दन की तरफ,
सर झुकाना नहीं आता तो झुकाए कैसे।
Lakh Talwarein Badi Aati Hon Gardan Ki Taraf,
Sar Jhukana Nahi Aata Toh Jhukayein Kaise.
लाख तलवारे बढ़ी आती हों गर्दन की तरफ,
सर झुकाना नहीं आता तो झुकाए कैसे।
Lakh Talwarein Badi Aati Hon Gardan Ki Taraf,
Sar Jhukana Nahi Aata Toh Jhukayein Kaise.
आदते बुरी नहीं, शौक ऊँचे हैं, वर्ना किसी ख्वाब की इतनी औकात नही कि,हम देखे और पूरा ना हो। Aadatein Buri Nahi... read more
दिखावे की मोहब्बत तो जमाने को हैं हमसे पर, ये दिल तो वहाँ बिकेगा जहाँ ज़ज्बातो की कदर होगी। dikhaave kee... read more
के भलौ हैंसछै तू, के भलौ बुलाणं त्यर के भलौ हिटछै तू के भलौ चहांण त्यर… के दीपिका के कैटरीना कां मिलौल त्यर गुणांक... read more
जै दिन बटी देखो उकैं दिनौक चैन रातक नींन उड़ी गे और हेंसि बे जो चहाय उइल एक चुणुंक जौस और छोड़ी... read more
गढ़वाली शेरो शायरी – garhwali shayari सौदा नी ब्योपार नी। यु नकद नी उधार नी। माया बस माया होंदी माया कैकि भी चार... read more
अगर लोग यूँ ही कमियां निकालते रहे तो, एक दिन सिर्फ खूबियाँ ही रह जायेगी मुझमें । Log Agar Yun Hi... read more
‘स्माइल’ त्यर देखि बै सब दुख-बिमारी भागी जैं मरणीं लै चंख है जां एक ‘आशा’ ज्यस... read more
पूछ रही है आज मेरी हर शायरी मुझसे कहाँ गए वो दीवाने जो वाह वाह किया करते थे poochh rahi hai... read more
दिखाई कब दिया करते हैं बुनियाद के पत्थर… ज़मीं में जो दब गये इमारत उन्हीं पे क़ायम है… Dikhayi kab diya... read more
garhwali shayari – गढ़वाली शेरो शायरी अपणु दुःख तू अपणा पास रख। सुख जरूर आलु, विस्वास रख। दुःखी ह्वोणों जख यौ कारण... read more
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