लाख तलवारे बढ़ी आती हों गर्दन की तरफ… -Lakh Talwarein Badi Aati Hon Gardan Ki Taraf
लाख तलवारे बढ़ी आती हों गर्दन की तरफ,
सर झुकाना नहीं आता तो झुकाए कैसे।
Lakh Talwarein Badi Aati Hon Gardan Ki Taraf,
Sar Jhukana Nahi Aata Toh Jhukayein Kaise.
लाख तलवारे बढ़ी आती हों गर्दन की तरफ,
सर झुकाना नहीं आता तो झुकाए कैसे।
Lakh Talwarein Badi Aati Hon Gardan Ki Taraf,
Sar Jhukana Nahi Aata Toh Jhukayein Kaise.
ठहर सके जो लबों पे हमारे, हँसी के सिवा है मजाल किसकी. Thhehar Sake Jo Labon Pe Humare, Hansi Ke Siwa Hai... read more
दिखावे की मोहब्बत तो जमाने को हैं हमसे पर, ये दिल तो वहाँ बिकेगा जहाँ ज़ज्बातो की कदर होगी। Dikhaave Ki... read more
खोटे सिक्के जो अभी अभी चले हैं बाजार में, वो कमियाँ निकाल रहे हैं मेरे किरदार में। Khote Sikke Jo Abhi... read more
सूरज, सितारे, चाँद मेरे साथ में रहे, जब तक तुम्हारे हाथ मेरे हाथ में रहे, शाखों से जो टूट जाये वो... read more
डीपी त्येरी झम्म लागूंछौ, मि मारनूं कमेंटा। द्वी बात मिहीं ल करले, पि ले म्यर दगाड़, फैंटा… DP tyaaree jhamm laagunchau, Mi maranu commenta dvi... read more
ना मिल्न की खुसी होली ना बिछुडन कु गम कन के बतान की कन छीन हम बस इतगा समझा की ब्याली... read more
जीत रही हूँ लाखो लोगो का दिल ये दो शायरी करके,,, लेकिन लोगो को क्या पता अंदर से कितनी अकेली... read more
सबके दिलों में धड़कना जरूरी नहीं होता साहब, लोगों की आँखों में खटकने का भी एक मजा है। Sabke Dilon Mein... read more
हम ना बदलेंगे वक्त की रफ़्तार के साथ, हम जब भी मिलेंगे अंदाज पुराना होगा। Hum Na Badlenge Waqt Ki Raftar... read more
हम बसा लेंगें एक दुनिया किसी और के साथ, तेरे आगे रोयें अब इतने भी बेगैरत नहीं हैं हम। Hum Basaa... read more