सिर्फ शायरी पढने का रिश्ता ना रखो- Sirph Shayari Padhne Ka Rishta Na Rakho
सिर्फ शायरी पढने का रिश्ता ना रखो
कभी खैरियत भी तो पूछ कर देखो
Sirph shayari padhne ka rishta na rakho
kabhi khairiyat bhi to puch kar dekho
सिर्फ शायरी पढने का रिश्ता ना रखो
कभी खैरियत भी तो पूछ कर देखो
Sirph shayari padhne ka rishta na rakho
kabhi khairiyat bhi to puch kar dekho
मिलना बिछड़ना सब किस्मत का खेल है कभी नफरत तो कभी दिलों का मेल है बिक जाता है हर रिश्ता दुनिया... read more
मुझे उसकी ये नादान अदा खूब भाती हैं, नाराज़ मुझसे होती हैं और गुस्सा सबको दिखाती हैं Mujhe uski ye nadaan... read more
वक्त दोस्त और रिश्ते वो चीजे है जो हमे मुफ्त मिलती है -मगर इनकी कीमत पता हमे तब चलता है जब ये... read more
ये प्रॉमिस है हमारा, ना छोड़ेंगे कभी साथ तुम्हारा, जो गए तुम हमें भूल कर ले आएंगे पकड़ के हाथ तुम्हारा Ye Promise... read more
दोस्ती किसी की रियासत नही होती ! मौत किसी की अमानत नहीं होती ! हमारी अदालत में कदम जरा सोचकर रखना... read more
बहुत खूबसूरत होते है ऐसे रिश्ते जिन पर कोई हक भी ना हो और कोई शक भी न हो Bahut khubsurat hote... read more
हम तो बिछड़े थे तुमको अपना अहसास दिलाने के लिए मगर तुमने तो मेरे बिना ही जीना सीख लिया ham to... read more
दोस्ती करो तो हमेशा मुस्कुरा के किसी को धोखा ना दो अपना बना के कर लो याद जब तक हम जिन्दा... read more
उदास नहीं होना, क्योंकि मैं साथ हूँ सामने न सही पर आस-पास हूँ पल्को को बंद कर जब भी दिल में... read more
ऐ दोस्त जरा सभल कर चलना यहा ऐसे बहुत लोग मिलेंगे जो सिर्फ वक़्त गुजारने की लिए मिलेंगे ai dost jara sambhal... read more