मैं काव-पट्ट भट्ट ज्यस … -Main Kaav-Patt Bhatt Jyas
मैं काव-पट्ट भट्ट ज्यस
तू चांवो ज्यस सुकिल
के भलौ राजौड़ बनौल
जो हम द्ववी जौंल मिल….
Main kaav-patt bhatt jyas
tu chavon jyas sukil
ke bhalau raajod banaul
jo ham dwi jaul mil ..
मैं काव-पट्ट भट्ट ज्यस
तू चांवो ज्यस सुकिल
के भलौ राजौड़ बनौल
जो हम द्ववी जौंल मिल….
Main kaav-patt bhatt jyas
tu chavon jyas sukil
ke bhalau raajod banaul
jo ham dwi jaul mil ..
ना मिल्न की खुसी होली ना बिछुडन कु गम कन के बतान की कन छीन हम बस इतगा समझा की ब्याली... read more
तेरे गुरूर को देखकर तेरी तमन्ना ही छोड़ दी हमने, जरा हम भी तो देखें कौन चाहता है तुम्हें हमारी... read more
नीन ऐ जैं मकै पर आंख म्यर खुलि य रनी यौ क्वे बिमारी ज हय या इकैणिं प्यार कनी Neen ai... read more
दिखाई कब दिया करते हैं बुनियाद के पत्थर… ज़मीं में जो दब गये इमारत उन्हीं पे क़ायम है… Dikhayi kab diya... read more
हमारी शख्सियत का अंदाज़ा, तुम ये जान के लगा लो, हम कभी उनके नही होते, जो हर किसी के हो जाए। Hamaari shakhsiyat... read more
हाथ में खंजर ही नहीं आँखों में पानी भी चाहिए, हमें दुश्मन भी थोड़ा खानदानी चाहिए। Haath Mein Khanjar Hi Nahi... read more
ठहर सके जो लबों पे हमारे, हँसी के सिवा है मजाल किसकी. Thhehar Sake Jo Labon Pe Humare, Hansi Ke Siwa Hai... read more
पहाड़क हाव, पहाड़क पांणि जैल नि चाख उइल के जांणि पहाड़ हरी-भरी गाड़ हरदम भरी पिरूवक भरी भ्यो अरड़ा पांणि नहौ ऊंच्चा डाव सौक सुकिलौ हिमाला... read more
गुमान ना कर अपने दिमाग पर ऐ दोस्त, जितना तेरे पास है उतना तो मेरा खराब रहता है। Gumaan Na Kar... read more
garhwali shayari – गढ़वाली शेरो शायरी ख्याल त्येरू मैं दगडी दिन रात रेंदू. मन ब्वोदू हाथों माँ त्येरू हाथ चेंदू. जिकुड़ी करदी... read more
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