Ishq Se Mahfooz Samajhte Rhe
वो नकाब लगा कर खुद को इश्क से महफूज़समझते रहे !
नादां इतना भी नहीं समझते कि इश्क चेहरे से नहीं आँखों से शुरू होता है !!
वो नकाब लगा कर खुद को इश्क से महफूज़समझते रहे !
नादां इतना भी नहीं समझते कि इश्क चेहरे से नहीं आँखों से शुरू होता है !!
खुद अपनी ही नज़रो मे गिर जाता हु मैं ! जब मेरी हर गलती पे मुस्कुरा के कहती है कोई... read more
नहीं बसती किसी और की सूरत अब इन आँखो में ! काश कि हमने तुझे इतने गौर से ना देखा... read more
तुम जिस रिश्ते से आना चाहो आ जाना ! मेरे चारो तरफ मोहब्बत ही मोहब्बत है !! Tum jis rishte se... read more
दिल से रोये मगर होंठो से मुस्कुरा बेठे यूँ ही हम किसी से वफ़ा निभा बेठे वो हमे एक लम्हा न... read more
तेरा पता नहीं पर मेरा दिल कभी तैयार नहीं होगा ! मुझे तेरे अलावा कभी किसी और से प्यार नहीं... read more
बर्बाद हो गए थे हम दुनिया ने यूँ हमको सताया था, हर एक मोड़ पे हम गिरते थे किसी ने... read more
हर वक़्त फ़िज़ाओं में महसूस करोगे तुम मैं प्यार की खशबू हूँ महकूँगी ज़माने तक read more
उसके सिवा कोई मेरे जज़्बात में नहीं, आँखों में जो नमी है वो बरसात में नहीं, पाने की उसे कोशिश बहुत... read more
प्यार में किसी से झूठा इजहार नहीं करना! जा यहाँ से तुझ से अब प्यार नहीं करना,!! खोया रहता था दिन... read more
उनके होठों पे मेरा नाम जब आया होगा, खुदको रुसवाई से फिर कैसे बचाया होगा, सुनके फ़साना औरों से मेरी बर्बादी... read more