Naa Kabhi Mila Naa Zuda Huaa
आंखों से दूर दिल के करीब था !
मैं उसका, वो मेरा नसीब था !
न कभी मिला न जुदा हुआ !
रिश्ता हम दोनों का कितना अजीब था !!
आंखों से दूर दिल के करीब था !
मैं उसका, वो मेरा नसीब था !
न कभी मिला न जुदा हुआ !
रिश्ता हम दोनों का कितना अजीब था !!
हमेशा नहीं रहते चेहरे नकाबों में सभी किरदार खुलते हैं कहानी खत्म होने पर Hamesha Nahi Rahte Chehre Nakabo Me Sabhi Kirdar... read more
सूना है आज वो छत पर सोने जा रही है I खुदा खैर कर उन सितारो की,कही उसे चाँद समझ कर... read more
आज भी मेरे दिल में वह बस्ती हैं, आज भी मुझे सपनो में वह दिखती हैं, क्या हुआ अब हम दूर... read more
नहीँ चाहिए मुझे ऐसी खुशी जो तुझ से दूर कर दे ! मै राजी हूँ ऐसे दुखो मे भी जो तुझ... read more
वो रूह में उतर जाए तो पा ले मुझको इश्क़ के सौदे में जिस्म नहीं तोले जाते Wo rooh mein utar... read more
यूँ दूर रह कर दूरियों को बढ़ाया नहीं करते ! अपने दीवानों को सताया नहीं करते ! हर वक़्त बस जिसे... read more
कभी कोई अपना अनजान हो जाता है ! कभी अनजान से प्यार हो जाता है ! ये जरुरी नही कि जो... read more
कितने प्यार से उसने लिखा था साहिल पे मेरा नाम ! बेताब लहरों ने चूम-चूम कर वजूद ही मिटा दिया... read more
ये भी अच्छा है कि हम किसी को अच्छे नहीं लगे ! कम से कम मेरे मरने के बाद कोई... read more
मैं ना जानू इबादत, मुझे माफ़ कर देना ऐ मेरे खुदा ! मैं तो तेरे दर पे आता हूँ, उसकी... read more