Phool Ki Jgah Tum Hote
लगा कर फूल होठो से उसने कहा चुपके से
अगर यहा कोई नहीं होता तो फूल की जगह तुम होते !
लगा कर फूल होठो से उसने कहा चुपके से
अगर यहा कोई नहीं होता तो फूल की जगह तुम होते !
हर वक़्त फ़िज़ाओं में महसूस करोगे तुम मैं प्यार की खशबू हूँ महकूँगी ज़माने तक read more
उन्होंने कहा बहुत बोलते हो अब क्या बरस जाओगे ! हमने कहा जिस दिन चुप हो गया तुम तरस जाओगे... read more
कैसे कर लुँ उसकी महोब्बत पे शक यारो ! वो भरी महफिल में मुझे गले लगा कर रोई ! read more
वो चाहते है जी भर के प्यार करना और हम सोचते है ! वो प्यार ही क्या जिससे जी भर... read more
आह को चाहिए इक उम्र असर होने तक कौन जीता है तेरी ज़ुल्फ़ के सर होने तक। हम ने माना कि... read more
तेरी खुशिओं को सजाना चाहती हूँ, तुझे देखकर मुस्कराना चाहती हूँ, मेरी ज़िन्दगी में क्या अहमियत हैं तेरी, ये लब्ज़ों में नही,पास... read more
जो रहते हैं दिल में वो जुदा नहीं होते, कुछ एहसास लफ़्ज़ों से बयां नहीं होते, एक हसरत है उन्हें मनाने... read more
आंखों से दूर दिल के करीब था ! मैं उसका, वो मेरा नसीब था ! न कभी मिला न जुदा हुआ... read more
तुझे भूल जाने की कोशिश कभी कामयाब न हो सकती I तेरी याद फूल-ऐ-गुलाब है, जो हवा चली तो महक... read more
मैं ना जानू इबादत, मुझे माफ़ कर देना ऐ मेरे खुदा ! मैं तो तेरे दर पे आता हूँ, उसकी... read more