आइने में वो देख रहे थे बहारे हुस्न – Aaine Me Wo Dekh Rahe The Bahaare Husn
आइने में वो देख रहे थे बहारे हुस्न
आया मेरा ख़्याल तो शर्मा के रह गऐ
aaine mein vo dekh rahe the bahaare husn
aaya mera khayaal to sharma ke rah gaai
आइने में वो देख रहे थे बहारे हुस्न
आया मेरा ख़्याल तो शर्मा के रह गऐ
aaine mein vo dekh rahe the bahaare husn
aaya mera khayaal to sharma ke rah gaai
गुमान ना कर अपने दिमाग पर ऐ दोस्त, जितना तेरे पास है उतना तो मेरा खराब रहता है। Gumaan Na Kar... read more
लाख तलवारे बढ़ी आती हों गर्दन की तरफ, सर झुकाना नहीं आता तो झुकाए कैसे। Lakh Talwarein Badi Aati Hon Gardan... read more
कहते है हर बात जुबां से हम इशारा नहीं करते, आसमान पर चलने वाले जमीं से गुज़ारा नहीं करते, हर हालात... read more
इतना भी गुमान न कर अपनी जीत पर ऐ बेखबर, शहर में तेरे जीत से ज्यादा चर्चे तो मेरी हार... read more
garhwali shayari – गढ़वाली शेरो शायरी स्याण चांदु छो पर नींद नी आंदी चा, करवट बदल – बदली की यनी रात... read more
शोर करते रहो तुम सुर्ख़ियों में आने का, हमारी तो खामोशियाँ भी एक अखबार हैं। Shor Karte Raho Tum Surkhiyon Me... read more
कह देना समुंदर से हम ओस के मोती हैं… दरिया की तरह तुझ से मिलने नहीं आएँगे..|| Kah Dena Samundar Se... read more
मुझे घमंड था की मेरे चाहने वाले बहुत है इस दुनिया में, बाद में पता चला की सब चाहते है अपनी ज़रूरत... read more
झूम जाते हैं शायरी के लफ्ज़ बहार के पत्तों की तरह, जब शुरू होता है बयां ए हुस्न महबूब का... read more
हम अच्छे सही पर लोग ख़राब कहतें हैं, इस देश का बिगड़ा हुआ हमें नवाब कहते हैं, हम ऐसे बदनाम हुए... read more