आग लगाना मेरी फितरत में नही है… -Aag Lagana Meri Fitrat Mein Nahi Hai
आग लगाना मेरी फितरत में नही है,
मेरी सादगी से लोग जलें तो मेरा क्या कसूर।
Aag Lagana Meri Fitrat Mein Nahi Hai,
Meri Saadgi Se Log Jale Toh Mera Kya Kasoor.
आग लगाना मेरी फितरत में नही है,
मेरी सादगी से लोग जलें तो मेरा क्या कसूर।
Aag Lagana Meri Fitrat Mein Nahi Hai,
Meri Saadgi Se Log Jale Toh Mera Kya Kasoor.
नीन ऐ जैं मकै पर आंख म्यर खुलि य रनी यौ क्वे बिमारी ज हय या इकैणिं प्यार कनी Neen ai... read more
आग लगाना मेरी फितरत में नही है, मेरी सादगी से लोग जलें तो मेरा क्या कसूर। Aag lagaana meri phitarat mein... read more
अभी शीशा हूँ सबकी आँखों में चुभता हूं, जब आईना बनूँगा सारा जहाँ देखेगा। Abhi Sheesha Hun Sabki Aankho Mein Chubhta... read more
मत इतरा मेरी मोहब्बत पाकर पगली… तुझे क्या पता तेरा नम्बर कितनों के बाद आया है। Mat itara meri mohabbat paakar... read more
अपनी शख्शियत की क्या मिसाल दूँ यारों ना जाने कितने मशहूर हो गये मुझे बदनाम करते करते। Apni Shakhsiyat Ki Kya Misaal... read more
जब लै मै चहानू तकै मकै अणंकसे है जां हीमोग्लोबिन मूंण ए जां बीपी माथ नहै जां……. Jab lai mai chahan takee makee anakase... read more
अभी सूरज नहीं डूबा जरा सी शाम होने दो, मैं खुद लौट जाऊंगा मुझे नाकाम तो होने दो, मुझे बदनाम करने... read more
कैसे भरोसा हो इस अजनबी दुनिया पर…. यहां तो अपनी जिंदगी ही मजे लेती हैं..!! Kaise Bharosa Ho Is Ajanabi Duniya... read more
ख्वाब में तो ख्वाब पूरे हो नहीं सकते कभी, इसलिए राहे हकीकत पर चला करता हूँ मैं। Khwab Mein Toh Khwab... read more
गुजरते लम्हों में सदियाँ तलाश करता हूँ, प्यास इतनी है कि नदियाँ तलाश करता हूँ, यहाँ पर लोग गिनाते है खूबियां... read more