कैसे भरोसा हो इस अजनबी दुनिया पर.. -Kaise Bharosa Ho Is Ajanabi Duniya Par
कैसे भरोसा हो इस अजनबी दुनिया पर….
यहां तो अपनी जिंदगी ही मजे लेती हैं..!!
Kaise Bharosa Ho Is Ajanabi Duniya Par….
Yahaan To Apani Jindagi Hi Maje Leti Hain..!!.
आदते बुरी नहीं, शौक ऊँचे हैं, वर्ना किसी ख्वाब की इतनी औकात नही कि,हम देखे और पूरा ना हो। Aadatein Buri Nahi... read more
हैसंण उईक कमाल होय, हिटौंण एकदम गजब बुलांण में मिसिर घुली चाहिये रै जानी सब…. Haisan uik kamaal hoy, hiton ekdam gajab bulan mein misir... read more
ठहर सके जो लबों पे हमारे, हँसी के सिवा है मजाल किसकी. Thhehar Sake Jo Labon Pe Humare, Hansi Ke Siwa Hai... read more
“खिड़की में बैठ मेरी ईजा चेह री होली बाँट बाँटा कब लौट बे ऊलो मी परदेस बटी लैग रो... read more
कहते है हर बात जुबां से हम इशारा नहीं करते, आसमां पर चलने वाले जमीं से गुज़ारा नहीं करते, हर हालात... read more
garhwali shayari – गढ़वाली शेरो शायरी स्याण चांदु छो पर नींद नी आंदी चा, करवट बदल – बदली की यनी रात... read more
दिखाई कब दिया करते हैं बुनियाद के पत्थर… ज़मीं में जो दब गये इमारत उन्हीं पे क़ायम है… Dikhayi kab diya... read more
कहते है हर बात जुबां से हम इशारा नहीं करते, आसमां पर चलने वाले जमीं से गुज़ारा नहीं करते, हर हालात... read more
गढ़वाली शेरो शायरी – garhwali shayari कितली कि चा इस्टील का गिलास। पलायन पर चलणी चर्चा यख खास। हम बूड बुड्या रैग्यां... read more
ना मिल्न की खुसी होली ना बिछुडन कु गम कन के बतान की कन छीन हम बस इतगा समझा की ब्याली... read more
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