कैसे भरोसा हो इस अजनबी दुनिया पर.. -Kaise Bharosa Ho Is Ajanabi Duniya Par
कैसे भरोसा हो इस अजनबी दुनिया पर….
यहां तो अपनी जिंदगी ही मजे लेती हैं..!!
Kaise Bharosa Ho Is Ajanabi Duniya Par….
Yahaan To Apani Jindagi Hi Maje Leti Hain..!!.
गढ़वाली शेरो शायरी – garhwali shayari कितली कि चा इस्टील का गिलास। पलायन पर चलणी चर्चा यख खास। हम बूड बुड्या रैग्यां... read more
मिके लिजा ना पर्देस, मी रुलो अपनो पहाड़ मा, पर्देस मा ना दगड़ीयो को साथ छु, ना बुबु-अम्मा का प्यार, ना बुरांस की... read more
अपनी शख्शियत की क्या मिसाल दूँ यारों ना जाने कितने मशहूर हो गये मुझे बदनाम करते करते। Apni Shakhsiyat Ki Kya Misaal... read more
Kabhi pehli bar school jaane mei dar lagta tha.. Aaj har rasta khud hi chunte hai !! Kabhi mummy-papa ki har... read more
कचरे में फेंकी हुई रोटियां रोज ये ब्यान करती है.. कि पेट भरते ही इंसान अपनी औकात भूल जाता है…!! Kachare... read more
सर झुकाने की आदत नहीं है, आँसू बहाने की आदत नहीं है, हम खो गए तो पछताओगे बहुत, क्योंकि…हमारी लौट आने की... read more
हम बसा लेंगें एक दुनिया किसी और के साथ, तेरे आगे रोयें अब इतने भी बेगैरत नहीं हैं हम। Hum Basaa... read more
सुन पगली… तू मोहब्बत है मेरी इसलिए दूर है मुझसे, अगर जिद होती तो मेरी बाहों में होती।. Sun Pagli… Tu Mohabbat... read more
मेरे लफ्जों से न कर मेरे किरदार का फ़ैसला, तेरा वजूद मिट जायेगा मेरी हकीकत ढूंढ़ते ढूंढ़ते। Mere Lafzon Se Na... read more
ये हुस्न-ए-राज़ मुहब्बत छुपा रहा है कोई है अश्क आँखों में और मुस्कुरा रहा है कोई Ye husn-e-raaz muhabbat chhupa raha... read more