क्या खूब मजबूरिया थी मेरी भी- Kya Khoob Majbooriya Thi Meri Bhi
क्या खूब मजबूरिया थी मेरी भी
अपनी खुशी को छोड़ दिया
उसे खुश देखने के लिए
Kya khoob majbooriya thi meri bhi
apni khushi ko chod diya
use khush dekhne ke liye
क्या खूब मजबूरिया थी मेरी भी
अपनी खुशी को छोड़ दिया
उसे खुश देखने के लिए
Kya khoob majbooriya thi meri bhi
apni khushi ko chod diya
use khush dekhne ke liye
ज़िन्दगी नहीं हमें दोस्तों से प्यारी , दोस्तों पे हाज़िर है जान हमारी, आँखों में हमारी आंसुं हैं तो क्या, जान से... read more
तेरा मेरा नाम लिखा था जिन पर हमने बचपन में ! उन पेड़ों से आज भी तेरे हाथों की खुश़बू... read more
आपकी दोस्ती हमारी सुरों का साज है, आप जैसे दोस्त पर हमें नाज़ है, अब चाहे कुछ भी हो जाये जिंदगी... read more
टूटे दिल को, संभलने की आस क्या रखिये ! कितना खोया ज़िंदगी में हिसाब क्या रखिये ! अगर बांटनी है तो... read more
रिश्ते तोड़ देना हमारी फितरत मे नही ! हम तो बदनाम हैं रिश्ते निभाने के लिए !! Rishte tod dena hamaari... read more
आंसू तेरे निकले तो,आंखे मेरी हो, दिल तेरा धड़के तो धड़कन मेरी हो, खुदा करे दोस्ती हमारी इतनी गहेरी हो, के सड़क पर लोग तुम्हे... read more
दर्द से दोस्ती हो गई यारो, जिंदगी बेदर्द हो गई यारो क्या हुआ, जो जल गया आशियाना हमारा, दूर तक रोशनी तो... read more
वो रोए तो बहुत, पर मुहं मोड़कर रोए.. कोई तो मजबूरी होगी, जो दिल तोड़कर रोए.. मेरे सामने कर दिए मेरी... read more
तुझ पे कुर्बान मेरी यारी है, हस के मर जाऊं इस की तैयारी है, सिलसिला न खतम हो अपने प्यार का, क्यूंकी... read more
मिल जाए कोई नया तो हमें ना भुला देना, कोई रुलाए तुम्हे तो हमें याद कर लेना, दोस्त रहेंगे उमर भर... read more