गुमान ना कर अपने दिमाग पर ऐ दोस्त… -Gumaan Na Kar Apne Dimaag Par Ai Dost
गुमान ना कर अपने दिमाग पर ऐ दोस्त,
जितना तेरे पास है उतना तो मेरा खराब रहता है।
Gumaan Na Kar Apne Dimaag Par Ai Dost,
Jitna Tere Paas Hai Utna Mera Kharab Rehta Hai.
गुमान ना कर अपने दिमाग पर ऐ दोस्त,
जितना तेरे पास है उतना तो मेरा खराब रहता है।
Gumaan Na Kar Apne Dimaag Par Ai Dost,
Jitna Tere Paas Hai Utna Mera Kharab Rehta Hai.
मैं चिरागो की भला कैसे हिफाजत करता वक़्त सूरज को भी हर रोज बुझा देता है..!! Main Chirago Ki Bhala Kaise... read more
Na Milne ki Khusi Hogi… Naa Bichhadne Ka Gam… Udas Hain Ham.. Kaise Batayain Kaise hain Ham… Bas Itna Samj Lo... read more
सबके दिलों में धड़कना जरूरी नहीं होता साहब, लोगों की आँखों में खटकने का भी एक मजा है। Sabke Dilon Mein... read more
जीत रही हूँ लाखो लोगो का दिल ये दो शायरी करके,,, लेकिन लोगो को क्या पता अंदर से कितनी अकेली... read more
आदते बुरी नहीं, शौक ऊँचे हैं, वर्ना किसी ख्वाब की इतनी औकात नही कि,हम देखे और पूरा ना हो। Aadatein Buri Nahi... read more
पूछ रही है आज मेरी हर शायरी मुझसे कहाँ गए वो दीवाने जो वाह वाह किया करते थे poochh rahi hai... read more
ना तो बिका हूँ ना ही कभी बिक पाऊंगा, ये ना समझना मै भी हज़ारो जैसा हूँ। Na to bika hoon... read more
अगर लोग यूँ ही कमियां निकालते रहे तो, एक दिन सिर्फ खूबियाँ ही रह जायेगी मुझमें । Log Agar Yun Hi... read more
मिके लिजा ना पर्देस, मी रुलो अपनो पहाड़ मा, पर्देस मा ना दगड़ीयो को साथ छु, ना बुबु-अम्मा का प्यार, ना बुरांस की... read more
दिल दो किसी एक को और वो भी किसी नेक को, मंदिर का प्रसाद नहीं… जो बांट दो हर एक... read more