मत इतरा मेरी मोहब्बत पाकर पगली… -Mat Itara Meri Mohabbat Paakar Pagali
मत इतरा मेरी मोहब्बत पाकर पगली…
तुझे क्या पता तेरा नम्बर कितनों के बाद आया है।
Mat itara meri mohabbat paakar pagali…
tujhe kya pata tera number kitno ke baad aaya hai.
मत इतरा मेरी मोहब्बत पाकर पगली…
तुझे क्या पता तेरा नम्बर कितनों के बाद आया है।
Mat itara meri mohabbat paakar pagali…
tujhe kya pata tera number kitno ke baad aaya hai.
मैंने वो खोया जो मेरा कभी था ही नहीं लेकिन तुमने वो खोया जो सिर्फ तुम्हारा था maine vo khoya jo... read more
garhwali shayari – गढ़वाली शेरो शायरी स्याण चांदु छो पर नींद नी आंदी चा, करवट बदल – बदली की यनी रात... read more
खोटे सिक्के जो अभी अभी चले हैं बाजार में, वो कमियाँ निकाल रहे हैं मेरे किरदार में। Khote Sikke Jo Abhi... read more
ठोकर ना लगा मुझे पत्थर नहीं हूँ मैं, हैरत से ना देख कोई मंज़र नहीं हूँ मैं, तेरी नज़र में मेरी... read more
हाथ में खंजर ही नहीं आँखों में पानी भी चाहिए, हमें दुश्मन भी थोड़ा खानदानी चाहिए। Haath Mein Khanjar Hi Nahi... read more
औकात की बात मत कर पगली… हम जिस गली में पैर रखते हैं, वहाँ की लड़कियां अक्सर कहती हैं, बहारो फूल बरसाओ... read more
दिखावे की मोहब्बत तो जमाने को हैं हमसे पर, ये दिल तो वहाँ बिकेगा जहाँ ज़ज्बातो की कदर होगी। dikhaave kee... read more
दिखाई कब दिया करते हैं बुनियाद के पत्थर… ज़मीं में जो दब गये इमारत उन्हीं पे क़ायम है… Dikhayi kab diya... read more
तू घिनोड़ि गूड़ जसी, नानि-नानी बानां। मिठ त्यौर बुलांण लागूं, भौल त्यौरो चाणा। Tu ghinodee gud jasee, naani-naani banan. mith tyaur bulan laagun, bhaul tyaro... read more
ठहर सके जो लबों पे हमारे, हँसी के सिवा है मजाल किसकी. Thhehar Sake Jo Labon Pe Humare, Hansi Ke Siwa Hai... read more