Kamaal ka nakhra chi – garhwali shayari – गढ़वाली शेरो शायरी
Kamaal ka nakhra chi,
ajab Tyar Style cha,
Bholi Teri Smile cha,
or ve ma super hair style cha,
Naak Puchono ko ta sagor nicha or Haath ma mobile cha
Kamaal ka nakhra chi,
ajab Tyar Style cha,
Bholi Teri Smile cha,
or ve ma super hair style cha,
Naak Puchono ko ta sagor nicha or Haath ma mobile cha
हमारी शख्सियत का अंदाज़ा, तुम ये जान के लगा लो, हम कभी उनके नही होते, जो हर किसी के हो जाए। Hamaari shakhsiyat... read more
गुमां इतना नहीं अच्छा तू सुन ले पहले जाने के, पलटने पर मुकर सकता हूँ तुझको जानने से भी। Gumaan Itna... read more
चलो आज फिर थोडा मुस्कुराया जाये, बिना माचिस के कुछ लोगो को जलाया जाये। Chalo Aaj Phir Thoda Muskuraya Jaye, Bina Maachis... read more
चमक सूरज की नहीं मेरे किरदार की है, खबर ये आसमाँ के अखबार की है, मैं चलूँ… तो मेरे संग कारवाँ... read more
लाख तलवारे बढ़ी आती हों गर्दन की तरफ, सर झुकाना नहीं आता तो झुकाए कैसे। Laakh talavaare badhee aatee ho gardan... read more
तू घिनोड़ि गूड़ जसी, नानि-नानी बानां। मिठ त्यौर बुलांण लागूं, भौल त्यौरो चाणा। Tu ghinodee gud jasee, naani-naani banan. mith tyaur bulan laagun, bhaul tyaro... read more
सुन पगली… तू मोहब्बत है मेरी इसलिए दूर है मुझसे, अगर जिद होती तो मेरी बाहों में होती।. Sun Pagli… Tu Mohabbat... read more
जै दिन बटी देखो उकैं दिनौक चैन रातक नींन उड़ी गे और हेंसि बे जो चहाय उइल एक चुणुंक जौस और छोड़ी... read more
हम अच्छे सही पर लोग ख़राब कहतें हैं, इस देश का बिगड़ा हुआ हमें नवाब कहते हैं, हम ऐसे बदनाम हुए... read more
महबूब का घर हो या फरिश्तों की हो ज़मी, जो छोड़ दिया फिर उसे मुड़ कर नहीं देखा। Mahboob Ka Ghar... read more