तुम लौट के आने का तकल्लुफ़ मत करना… -Tum Laut Ke Aane Ka Takalluf Mat Karna
तुम लौट के आने का तकल्लुफ़ मत करना,
हम एक मोहब्बत को दोबारा नहीं करते।
Tum laut ke aane ka takalluf mat karna,
ham ek mohabbat ko dobaara nahin karte
तुम लौट के आने का तकल्लुफ़ मत करना,
हम एक मोहब्बत को दोबारा नहीं करते।
Tum laut ke aane ka takalluf mat karna,
ham ek mohabbat ko dobaara nahin karte
खोटे सिक्के जो अभी अभी चले हैं बाजार में, वो कमियाँ निकाल रहे हैं मेरे किरदार में। Khote Sikke Jo Abhi... read more
ख्वाब में तो ख्वाब पूरे हो नहीं सकते कभी, इसलिए राहे हकीकत पर चला करता हूँ मैं। Khwab Mein Toh Khwab... read more
हम बसा लेंगें एक दुनिया किसी और के साथ, तेरे आगे रोयें अब इतने भी बेगैरत नहीं हैं हम। Hum Basaa... read more
औकात की बात मत कर पगली… हम जिस गली में पैर रखते हैं, वहाँ की लड़कियां अक्सर कहती हैं, बहारो फूल बरसाओ... read more
कैसे भरोसा हो इस अजनबी दुनिया पर…. यहां तो अपनी जिंदगी ही मजे लेती हैं..!! Kaise Bharosa Ho Is Ajanabi Duniya... read more
रहते है आस पास ही लेकिन साथ नहीं होते, कुछ लोग जलते है मुझसे, बस खाक नहीं होते ! Rehte Hain... read more
‘स्माइल’ त्यर देखि बै सब दुख-बिमारी भागी जैं मरणीं लै चंख है जां एक ‘आशा’ ज्यस... read more
लाख तलवारे बढ़ी आती हों गर्दन की तरफ, सर झुकाना नहीं आता तो झुकाए कैसे। Laakh talavaare badhee aatee ho gardan... read more
ये हुस्न-ए-राज़ मुहब्बत छुपा रहा है कोई है अश्क आँखों में और मुस्कुरा रहा है कोई Ye husn-e-raaz muhabbat chhupa raha... read more
के भलौ हैसोंण उइक के भली उइक चाल हय भल-भल चहाइयै रै गय हमर ती बुर हाल हय ke bhalau haison uik ke bhali... read more