तुम लौट के आने का तकल्लुफ़ मत करना… -Tum Laut Ke Aane Ka Takalluf Mat Karna
तुम लौट के आने का तकल्लुफ़ मत करना,
हम एक मोहब्बत को दोबारा नहीं करते।
Tum laut ke aane ka takalluf mat karna,
ham ek mohabbat ko dobaara nahin karte
तुम लौट के आने का तकल्लुफ़ मत करना,
हम एक मोहब्बत को दोबारा नहीं करते।
Tum laut ke aane ka takalluf mat karna,
ham ek mohabbat ko dobaara nahin karte
मार ही डाले जो बे मौत, ये दुनिया वाले, हम जो जिन्दा हैं तो जीने का हुनर रखते हैं। Maar hee... read more
सब तेरी मोहब्बत की इनायत है, वरना मैं क्या मेरा दिल क्या मेरी शायरी क्या Sab teri mohabbat kee inaayat... read more
कहते है हर बात जुबां से हम इशारा नहीं करते, आसमान पर चलने वाले जमीं से गुज़ारा नहीं करते, हर हालात... read more
कचरे में फेंकी हुई रोटियां रोज ये ब्यान करती है.. कि पेट भरते ही इंसान अपनी औकात भूल जाता है…!! Kachare... read more
ब्रेकअप नि हौन हमर पहाड़ो में, अबुलौ लिनी, मुंणि रिसै जानी । ज्यादे के नै एक निमु लिजाओ, सब भुलि बै दुबारा... read more
अभी शीशा हूँ सबकी आँखों में चुभता हूं, जब आईना बनूँगा सारा जहाँ देखेगा। Abhi Sheesha Hun Sabki Aankho Mein Chubhta... read more
हाथ में खंजर ही नहीं आँखों में पानी भी चाहिए, हमें दुश्मन भी थोड़ा खानदानी चाहिए। Haath Mein Khanjar Hi Nahi... read more
चहाइयै रै गोय मै ऊकेंणि पैलि बार देखी जब किनारी बजार मे ऊ लागी हय अपुण खरीदारी मे और मै उइक रूपक... read more
हमे अकेले रेहने का कोई शौक नही पर क्या करें……??? हमारे तेवर झेल सके वो आज तक मिला ही नही..!! Hame... read more
हम ना बदलेंगे वक्त की रफ़्तार के साथ, हम जब भी मिलेंगे अंदाज पुराना होगा। Hum Na Badlenge Waqt Ki Raftar... read more